उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में राहुल गांधी के जनसंपर्क कार्यालय पर रविवार को प्रशासन ने छापा मारा और वहां रखी राहत सामग्रियों की जांच-पड़ताल की। इस घटना के बाद राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस ने इसे लेकर केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद स्मृति इरानी पर निशाना साधा है। वही डीएम ने छापे के बारे में जानकारी होने से इनकार किया है।
जानकारी के मुताबिक रविवार शाम को तहसीलदार की अगुवाई में कुछ प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीम गौरीगंज स्थित कांग्रेस कार्यालय पहुंची। इसके बाद टीम सीधे राहुल गांधी के जनसंपर्क कार्यालय गई और वहां रखी राहत सामग्रियों की जांच की। वहां मौजूद लोगों से राहत सामग्रियों के बारे में जानकारी ली। ब्योरा जुटाने के बाद टीम वापस चली गई। इसके बाद एमएलसी दीपक सिंह ने ट्वीट कर मामले को हवा दे दी।
डीएम को जानकारी नहीं
सिंह ने ट्वीट कर लिखा, 'स्मृति ईरानी जी,आप बड़ी भूल कर रही हैं। खुद अपने मंत्रालय से अमेठी को कुछ दिया नहीं, अगर राहुल और प्रियंका जी मदद कर रही हैं तो अधिकारियों से छापा डलवाया जा रहा है। यह सब सामान अमेठी की उस जनता के लिए है जो कांग्रेस के परिवार जैसी है।' उन्होंने कहा कि छापा मारने वाले अधिकारियों को जवाब देना पड़ेगा। उधर डीएम ने मामले की जानकारी से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि छापे की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।