प्रत्येक परिवार बने गाय का रखवाला- नरेश पंडित

कपूरथला।विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 की चपेट में पूरी दुनिया है जबकि पूरे भारत में कोरोना संक्रमण की रोक थाम के लिये पूरे भारत में मार्च से लॉकडाउन है,ऐसे में अधिकांश युवा वर्ग का समय आजकल मोबाइल,टीवी और मौज मस्ती में बीतता है।परंतु कपूरथला में आज भी ऐसे अनेक युवा हैं जो बिना स्वार्थ के सेवा धर्म के कार्य में जुटे हुए हैं।शहर में युवाओं द्वारा इन दिनों सेवा कार्यों के माध्यम से समाज को नसीहत दी जा रही है कि यहां गाय का उपचार या उनकी सेवा करेंगे तो रोगों से मुक्ति पाने के साथ साथ पुण्य भी अर्जित करेंगे।इस नसीहत को देते हुए युवाओं का एक दल गोसेवा करने गोबिंद गौधाम गौशाला पहुंचा जहां गौशाला कमेटी के अधक्ष्य नरेश पंड़ित उपाध्क्षय राजू सूद,पवन शर्मा,अनिल वालिया एवं अन्य पदाधिकारियों ने इन युवाओं का स्वागत किया।उक्त युवाओं ने गायों की सेवा की।इसके लिए उन्होंने एक गोसेवा मित्र मंडल भी बनाया है जो प्रति रविवार गोशाला में जाकर गायों को आहार कराता है।यहां गायों को हरी सब्जी सहित अन्य गो आहार कराया गया।मित्र मंडल के संजय शर्मा,बावा पंडित,जीवन वालिया,चंदन शर्मा,जोगिन्दर तलवाड़,राजकुमार अरोड़ा,ने बताया की वे प्रति रविवार को गायों की सेवा करते हैं।मंडल से और भी सदस्य जुड़ रहे हैं।धार्मिक मौकों पर भी हम गायों को गो आहार कराते हैं।वहीं युवाओं ने गौशाला सदन की साफ सफाई की।गायों को नहलाकर उन्हें चारा खिलाया।गायों को संक्रमण मुक्त करने के लिए उन्हें सरसों का तेल पिलाया।युवाओं ने कहा कि उनकी टीम हर रविवार सुबह छह बजे से आठ बजे तक सेवा कार्य करती है।इसमें आम जनता को भी जुड़ना चाहिए।कहा कि ने हमें गौ सेवा करते रहना चाहिए।गौसेवा से ही हम पुण्य की प्राप्ति कर सकते है।उन्होंने कहा कि आज सडक़ों व गलियों में गौवंश बेसहारा घूम रहे हैं।ऐसे में गौ सेवा को लेकर हम सभी को इसके प्रति गंभीर कदम उठाने चाहिए।साथ में सरकार और प्रशासन को बेसहारा पशुओं को संरक्षण देने के लिए भी सार्थक कदम उठाते रहना चाहिए।कहा कि गौशालाओं में गोवंशों के चारे हेतु सभी लोगों को अपने सार्मथ्य अनुसार आर्थिक सहयोग अवश्य करना चाहिए क्योंकि दान करने से कभी धन घटता नहीं है बल्कि कई गुणा बढ़ता है और सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है।उन्होंने कहा कि गौ सेवा की हमारे समाज में सदियों पुरानी परंपरा है और हमारी युवा पीढ़ी को इसी भावना के साथ गौ सेवा के कार्य को आगे बढ़ाना चाहिए।गौ माता में करोड़ों देवी-देवताओं का वास होता है,इसलिए उनकी सेवा हेतु बनाई गई गौशालाओं मे अधिक से अधिक सहयोग देना चाहिए।गोबिंद गौधाम गौशाला कमेटी के अधक्ष्य नरेश पंडित ने कहा कि अगर प्रत्येक परिवार गाय का रखवाला बन जाए तो देश में आमूल परिवर्तन होंगे।सारा समाज जागृत होगा।समाज की भावना जागे तो मनुष्य का जीवन ही बदल जाएगा।भारतीय संस्कृति ने गाय को'विश्व माता'कहा है।हमारी संस्कृति गाय को कामधेनु मानती है।कहा कि गायों का संवर्धन-संरक्षण करना हम सबका कर्तव्य है।हमारे समाज में ऐसी कई संस्थाएं व गौ-भक्त हैं जो लगातार गायों के संरक्षण-संवर्धन का कार्य कर रहे हैं।गाय के शरीर में 33 करोड़ देवी-देवताओं का निवास माना जाता है।गायों के प्रति समाज जागृत हुआ तो आमूल परिवर्तन हो सकता है।इससे गायों को लेकर संपूर्ण देश जागृत होगा।हर परिवार के जीवन में परिवर्तन निश्चित रूप से हो सकेगा।प्रत्येक परिवार गौ-पालक बना तो कई समस्याओं का जड़ से समाधान संभव हो सकता है।जब तक यह काम नहीं होगा,तब तक नेता भी सहायता नहीं कर सकते।यह कार्य हुआ तो 10 सालों में समाज बदल जाएगा।मनुप्य के मन को सुमन'बनाने का कार्य गाय करती है।इस मौके पर जीवन वालिआ,जोगिन्दर तलवाड़,राज कुमार ऑरोरा,बावा पंडित,संजय शर्मा बॉबी,चंदन शर्मा,अंकित शर्मा,बजरंगी,विजय यादव,बिन्नी पंडित,बाबा बिट्टा भगत,पवन शर्मा,मदन लाल, गोविन्द,विशाल,सुधांशु,कुंदन,अंजल,अनिल हिरा सहोता,करण शर्मा,बिहारी लाल आदि उपस्थित थे